अल-मालूमा समाचार एजेंसी के अनुसार यमन में मानवाधिकार के क्षेत्र में सक्रिय एक केंद्र के प्रमुख नबील अल-हुदा ने जोर देकर कहा कि यमन पर सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात के बीच छद्म युद्ध तेज हो गया है। यमन में जो कुछ हो रहा है, वह आंतरिक युद्ध नहीं बल्कि क्षेत्रीय हिसाब-किताब का मैदान है।
उन्होंने कहा कि संयुक्त अरब अमीरात यमन के रणनीतिक द्वीपों में अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर रहा है और सऊदी अरब भी हज़्रमौत में अपना प्रभाव बढ़ाना चाहता है। यह प्रक्रिया दोनों पक्षों के बीच लंबे समय से चले आ रहे प्रभाव के युद्ध का हिस्सा है।
अल-हुदा ने कहा कि सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात ने जिस गठबंधन को यमन के खिलाफ शुरू किया था, वह विफल हो गया है। मैदानी हकीकत ने दिखाया कि यह देश अमेरिका जैसे तथाकथित महाशक्तियों के सामने भी नहीं झुका, तो वह सीमित क्षेत्रीय प्रभाव के सामने कैसे झुक जाएगा?
उन्होंने स्पष्ट कहा कि यमन ने अमेरिकी हस्तक्षेप और ज़ायोनी धमकियों के सामने डटकर मुकाबला किया, इसलिए सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात के सामने इसका झुकना अतार्किक है। सऊदी अरब और यूएई ज़ायोनी शासन के साथ एक ही मोर्चे में हैं।
9 दिसंबर 2025 - 14:29
समाचार कोड: 1759632
यमन के एक सक्रिय कार्यकर्ता ने यमन को लेकर संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब के बीच छद्म युद्ध के बढ़ने की चेतावनी दी है।
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